अपने किरदार से जिंदगी की संजीदगी बयां कर गए इरफान खान
उनकी अदाकारी देखते ही बनती थी. इरफान की अदाकारी का आलम यह था कि अगर वो मुंह ना खोलें तो उनकी आंखें ही वो काम कर जाती थीं कि लोग दीवाने हो जाते थे.
जहां बातें होंगी हिंदी इस्टाइल में
उनकी अदाकारी देखते ही बनती थी. इरफान की अदाकारी का आलम यह था कि अगर वो मुंह ना खोलें तो उनकी आंखें ही वो काम कर जाती थीं कि लोग दीवाने हो जाते थे.
उस समय क्रिकेट खेल रहा हर भारतीय युवा इरफान पठान को हीरो मानने लगा था
2014 में नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बीजेपी सरकार बनने के बाद से ही कश्मीर का मुद्दा इस सरकार के मुख्य एजेंडे में शामिल रहा है. समय-समय पर पीएम मोदी की तरफ से ऐसी बयानबाजियां देखने को भी मिली है
टेस्ट क्रिकेट को हमेशा से ही पारम्परिक क्रिकेट का प्रारूप माना जाता है. कहा जा रहा है कि विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के दौरान टेस्ट क्रिकेट को एक नया आयाम मिलेगा और इसमें लोगों को फिर से रूचि देखने को मिलेगी.
Madhya Pradesh Elections: पूरे चुनावी रण में मतदाताओं की खामोशी ने राजनेताओं के दिलो दिमाग में तड़प पैदा कर दी थी. बीजेपी और कांग्रेस के बड़े नेताओं तक को यह नहीं पता चल पाया कि वो जिस भाग्य विधाता से रोज मिलने जा रहे हैं वो मतदान किसको करेगा.
किताब में चार किरदार हैं. मुख्य किरदार का नाम ऋषि है. ऋषि भी दंगों से ही सम्बंधित है. ऋषि जिस लड़की से प्रेम करता है, उस लड़की और उसके परिवार को बचाने में वह लड़का खुद किस कदर दंगाई हो जाता है, इस किताब में वही दर्शाया गया है
‘हमें गालियां दो, आलोचना करो लेकिन भारतीय फुटबॉल टीम को खेल देखने स्टेडियम में आओ’
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है। जिसमें एक लगभग बूढ़ा हो चूका व्यक्ति एक महिला को साइकिल पर ले जा रहा है तस्वीर देखकर कुछ लोग समझ रहे हैं कि महिला जिंदा है, व्यक्ति उसे इलाज के लिए ले जा रहा है लेकिन सच्चाई यह है कि व्यक्ति साइकिल पर उस महिला की लाश लेकर जा रहा है।
पाकिस्तानी राजनीति का इतिहास उठा कर देखें तो सिर्फ गिने चुने नाम आएंगे जो जननेता के रूप में उठकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने हो. और ये तय के अब उस इतिहास में इमरान खान का नाम सबसे ऊपर लिखा जाएगा
धोनी से पहले विश्व क्रिकेट के बहुत बड़े बड़े फिनिशर भी हुए, जिनमें लांस क्लूजनर, माइकल बेवन जैसे दिग्गज नाम शामिल हैं, लेकिन उस जगह के लिए महेंद्र सिंह धोनी ने जो झंडे गाड़े हैं उसकी सिर्फ मिसाल ही दी जा सकती है