gandhi jayanti

युद्ध अपरिहार्य न हो तो गांधी वक़्त की ज़रूरत हैं

भारत में किसी की भी सरकार आए……गांधी को पूजना उसकी मजबूरी है, लेकिन उनके सिद्धातों को अपनाना नहीं. कोई अपना भी नहीं सकता. गांधी आदर्श स्थिति हैं.

गांधी को पूजना आसान है, उनके रास्ते पर चलना बेहद मुश्किल

भारत का एक वर्ग बिना परिस्थितियों की जटिलता और सच्चाई को समझे महात्मा गांधी को ही भारत-पाकिस्तान विभाजन का कारण मानता है और मानता रहेगा।...