मिसगाइडेड मिसाइल हो चुके किसानों को है अपने नेता की जरूरत
किसान अकसर आंदोलन करते हैं. इन आंदोलनों की गति दिशाहीन होती है. चंद लोग किसानों के नाम पर समझौता कर लेते हैं. आखिर में किसानों को बैरंग लौटना पड़ता है.
जहां बातें होंगी हिंदी इस्टाइल में
किसान अकसर आंदोलन करते हैं. इन आंदोलनों की गति दिशाहीन होती है. चंद लोग किसानों के नाम पर समझौता कर लेते हैं. आखिर में किसानों को बैरंग लौटना पड़ता है.
एक ‘सनकी’ बूढ़ा दिल्ली की कड़कड़ाती ठंड में फिर से अपनी हड्डियां जलाने आ रहा है। सोशल मीडिया और वॉट्सऐप ग्रुप्स में उसको गालियां दी...
अन्ना हजारे ने दिल्ली के रामलीला मैदान में अनशन शुरू कर मोदी सरकार को ललकार दिया है. उनके अनुसार ये आंदोलन जनलोकपाल, किसानों की समस्याओं’ और चुनाव में सुधारों के लिए एक सत्याग्रह होगा
जब संस्थाओं का मानवीयकरण होता है तो उसकी प्रशंसा और अनुशंसा दोनों इंसानों की तरह होने लगती है. फिर जिन प्रक्रियाओं से इंसान गुजरता है...