पॉलिटिकल लव: क्या प्यार में मिलेगी सब्सिडी?
आज कल न तुम बातों में बड़ी कांट-छांट करने लगे हो, मेरे महबूब हो या सेंसर बोर्ड? अरे ऐसे न बोलो मैं तो हमारे प्यार...
जहां बातें होंगी हिंदी इस्टाइल में
आज कल न तुम बातों में बड़ी कांट-छांट करने लगे हो, मेरे महबूब हो या सेंसर बोर्ड? अरे ऐसे न बोलो मैं तो हमारे प्यार...
चलो अपने प्यार को भी देश की तरह कृषि प्रधान बनाते हैं, क्यों प्यार में गोली मारने का इरादा है क्या? अरे तुम मुझे क्या...
तुम गुस्सा हो क्या आज कल? लगता है हमारे रिश्ते में दरार आ गयी। क्यों तुम भी लालू की तरह घोटाले करती हो जो मैं...
देखो न आज कुछ खत्म हो रहा है. अरे क्या खत्म हो रहा है? वही अपने मिलने की जगह बुक फेयर, अब मिलने का बहाना...
ख़बर को समझना हो तो प्यार की नज़र से समझो जैसे ऐसे, क्या बात है आज कल तुम खाली फ़ोन पर ही बात करती हो...