पॉलिटिकल लव: बीपीएल कार्डधारी प्यार

यार तुम भी प्यार में कुछ उधार दिया करो न अब तो रेलवे भी टिकट उधार देने लगी है।
याद रखना उधार के बदले बहुत कुछ लिया जाता है, चाहे वो उधार प्यार में हो या रेलवे में..
हहाहाहा
तुम्हारा क्या भरोसा पता चले कल को उधार लेना तुम्हारा फैशन हो जाये
क्या बात है सरकार की बोली बोल रही हो, लेकिन याद रखना मैं देश का किसान नही तुम्हारा प्रेमी हूं, इसके खिलाफ आवाज़ उठाऊंगा।
हाहाहा
अच्छा तुम मुझे एक बात बताओ।
एक क्यों दो बताता देता हूं।
तुम मेरे साथ सच्चे हो न? वैसे तो नही हो न जैसे लालू नितीश का गठबंधन है?
तुम भी क्या-क्या सोचती हो, मैं एक दम प्यार वाले अटूट गठबंधन में हूं, किसी पार्टी वाले गठबंधन में नहीं ।
एक बात साफ़ बोल देती हूं, प्यार में हंगामा बिलकुल मत करना।
अरे यार! मैं कोई पंजाब की विधानसभा थोड़ी न हूं,
हहाहाहा,
तुम तो मेरी सभा हो
वैसे भी हंगामा कर के जाओगे कहां?
अच्छा प्यार में कुछ एक दिन का क्यों नही होता? जैसे देश में योगा होता है।
अरे तुम भी क्या बच्चों वाले सवाल पूछती हो, प्यार में ब्रांडिंग नहीं होती प्यार दिल से होता है।
अच्छा मेरे राजनीतिक आशिक!
हाहाहा।
अच्छा तुम भी कुछ अच्छा सा एलान करो न जैसे महाराष्ट्र सरकार किसानों की कर्जमाफ़ी का ऐलान कर रही है।
देखो मैं ऐसे ऐलान तो करदूं लेकिन सवाल ये है कि क्या मैं बस एलान ही करूं?
ऐसे क्यों बोल रहे हो?
बोल दिया बोलने में क्या जाता है?
हहाहाहा
तुम अपने प्यार में कुछ हाई मत रखना जैसे डीयू की कट ऑफ रहती है?
अरे तुम क्या मुझे विश्‍वविद्यालय समझ ली हो। हम प्यार के विद्यालय में हैं, यहाँ कोई कट ऑफ की बाउंडेंस नहीं है।
तुम भी अपने प्यार में कुछ लिखवा लो न
हाँ लिखवा देता हूं, जैसे सरकार बीपीएल कार्ड धारक के घर के आगे “मैं गरीब हूं” लिखवा दे रही है।
तुम भी न हरदम मजे लेते रहते हो,
तुम सवाल ही ऐसे करती हो
तुम न आज कल बहुत बनाने लगे हो, सब समझ रही हूं कि तुम लोकल डिब्बा जैसे फेमस हो गए हो अब कहां याद रहेगा, तुम्हें अपना पोलिटिकल लव!
ऐसे न बोलो बिना पोलिटिकल लव लोकल डिब्बा ही क्या मैं भी अधूरा हूं।