क्या सिर्फ दिवाली के दिन की जागरूकता हमारे पर्यावरण को बचा सकती है?

दिवाली आने में बस कुछ ही दिन बच गए हैं, दिवाली प्रेम और प्रकाश का त्योहार है। दिवाली आते ही लोगों के चेहरे की रौनक...

बर्थडे स्पेशल: उस्ताद नुसरत फतेह अली खान

अगर मौसिकी में सूफी कलाम और कव्वालियों को शामिल ना किया जाए तो संगीत का पूरा ताना बाना अधूरा सा लगने लगेगा. पिछले कुछ समय...

मैं इश्क़ में इंटर्न हूं

यार! तुम्हारा प्यारा न हुआ किसी मीडिया संस्थान की नौकरी हो गई है, जो किसी भी वक़्त बिना नोटिस फ़ायर हो सकती है. यार कमाल कमाल...

मे आई हेल्प यू?

बस स्टॉप पर खड़े हुए काफी वक़्त हो गया था, वहां बहुत से लोग बस का इंतज़ार कर रहे थे, मै भी उन लोगों में...