Take चंद्रा सीरियसली

टाटा समूह के नये चेयरमैन एन चंद्रशेखरन का तत्काल प्रमोशन कर उन्हें
टाटा मोटर्स का भी चेयरमैन बना दिया गया है |बता दे कि साईरस मिस्त्री के
द्वारा टाटा को टाटा कह देने के दो महीने बाद उन्हें हाल ही में टाटा
संस का चेयरमैन बनाया गया था |टाटा संस नमक से लेकर सॉफ्टवेर बनाने वाले
समूह की होल्डिंग कंपनी है|103 अरब डॉलर से अधिक का कारोबार करने वाले
टाटा समूह के 150 साल के इतिहास में वो पहले गैर-पारसी चेयरमैन होंगे |
तमिलनाडु के मोह्नूर में सामान्य किसान परिवार में पैदा हुये नटराजन
चंद्रशेखरन रतन टाटा के सबसे भरोसेमंद रतनों में शामिल हैं |टाटा समूह के
साथ चंद्रशेखरन का साथ 30 साल पुराना है | जब आई टी कम्पनियाँ डूब रही थी
तो एकलौता टीसीएस (टाटा कंसल्टेंसी सर्विस )मुनाफा कमा रहा था | इन्हीं
के छांव तले टीसीएस ने विदेशों में अपना कारोबार बढ़ाया और कंपनी की
सालाना रेवन्यू 10 अरब डॉलर से ज्यादा हो गई | 1987 में उन्होंने टाटा
बतौर एक कर्मी ज्वाइन किया था,फिर वो टीसीएस के राजन बने और अब संस और
मोटर्स के भी राजन हैं ‘नटराजन चंद्रशेखरन’ |माना जाता है कि चंद्रशेखरन
काफी क्रिएटिव हैं जो नये प्रयोगों में भरोसा रखते हैं |अकसर उनके प्रयोग
सफल रहें हैं और टाटा का फायदा ही हुआ है | लोगो को उनकी कार्यशैली इतनी
ज्यादा पसंद थी कि लोग कभी कभार मजाक में कहा करते थे कि TCS मतलब ‘टेक
चंद्रा सीरियसली’| चंद्रा 21 फरवरी से कार्यभार संभालेंगे और आशा करते
हैं कि चंद्रा रतन टाटा के हर रतन यानि संस हो या मोटर्स सभी पर चार चाँद
बनकर चमकें|