घर में टॉयलेट नहीं बनाया तो नहीं मिलेगी बिजली

‘टॉयलेट एक प्रेम कथा’ का नाम तो सुना ही है और आये दिन नए-नए किस्से भी सुनते होंगे कि घर में शौचालय न होने से पत्नी ने दिया तलाक, पत्नी ने घर छोड़ा, खुले में शौच करने पर सात लोग गिरफ्तार आदि। ऐसे तमाम किस्से आपको मिल जाएंगे लेकिन इसी बीच एक अनोखा फरमान आया है और ये फरमान कोई मामलू नही एकदम सरकारी है। अभी तक घर से पत्नी का जाना सुना, अब आप घर से बिजली का जाना भी सुनेंगे, फैसला कुछ यूं है…

राजस्थान के भीलवाड़ा में खुले में शौच करने और घर में शौचालय नहीं बनवाने पर जिला प्रशासन सख्ती अपना रहा है। जहाजपुर जिला प्रशासन ने गांव गांगीथला में घर में शौचालय नहीं होने पर बिजली कनेक्शन काटने के आदेश दे दिए हैं।

ये रहा सरकारी आदेश

bheelwada
ये फैलसा कोई एकदम से आया फैलसा नही है। प्रशासन बार-बार खुले में शौच के लिए रोक रहा था लेकिन लोग सुनने को सुने तब तो। मज़बूरी बोलो या सख्ती, प्रशासन ने लोगों पर बिजिली बम गिरा दिया कि खुले में शौच किया या 15 दिन के भीतर शौचालय नहीं बनवाए तो घर की बत्ती गुल हो जाएगी।

भीलवाड़ा में यह कोई ऐसा पहला फैसला नहीं, इससे पहले भीलवाड़ा के फैमिली कोर्ट में एक महिला ने याचिका दी कि ससुराल में शौचालय नहीं होने की वजह से वह पीहर में रह रही है। बार-बार कहने पर भी उसके पति और ससुराल वाले घर में शौचालय नहीं बनवा रहे हैं। महिला की याचिका को मंजूर करते हुए जज राजेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि यह तो महिला के प्रति क्रूरता है और सामाजिक कलंक है।

ये सख्ती के मायने कुछ अलग भी हैं , लेकिन उदेश्य उत्तम है। 2 अक्टूबर नजदीक है, सरकार का वादा अगर वहां भी पूरा नहीं हो रहा जहां कि पार्टी की सरकार तब तो ये सख्ती भलाई के साथ–साथ टारगेट पूरा करने के लिए ही लगती है।