शकील बदायुनी: प्यार लिखने वाला शायर, जिसने कितनों को स्टार बना दिया
इंसाफ़ की डगर पे, बच्चों दिखाओ चलके ये देश है तुम्हारा, नेता तुम्ही हो कल के या नन्हा मुन्ना राही हूं, देश का सिपाही हूं...
जहां बातें होंगी हिंदी इस्टाइल में
इंसाफ़ की डगर पे, बच्चों दिखाओ चलके ये देश है तुम्हारा, नेता तुम्ही हो कल के या नन्हा मुन्ना राही हूं, देश का सिपाही हूं...
‘कड़वी हवा’, पर्दे पर बंजर का एक ऐसा मंज़र है, जिसके सूखे को आप अपनी आंखों से तर कर देना चाहते हैं. फ़िल्म में संजय...
ज़ंजीर कोई भी हो, अगर टूटेगी तो आवाज़ होगी. साहित्य और अदब में भी जब कभी कोई ज़ंजीर टूटती है, आवाज़ होती है. आवाज़ धीरे-धीरे...
बीते हफ़्ते की दो घटनाएँ, बक्सर के डीएम मुकेश पांडे की आत्महत्या और गोरखपुर में 60 से ज़्यादा बच्चों की मौत. इन घटनाओं ने हमारे...
इंसानों की तेज़ी से बढ़ती आबादी का असर दुनिया के तमाम हिस्सों में दिखने लगा है. आए दिन जनसंख्या विस्फ़ोट के ख़तरों पर तमाम चर्चाएं...